इलाके में शांति, खुशहाली एवं समृद्धि की कामना के साथ रविवार अलसुबह सुबह चक 38 जीजी से 20 गाड़ियों में 140 लोगों का जत्था श्री हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुआ। छह दिवसीय धार्मिक यात्रा में श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ ओर अनूपगढ़ तीनों जिलों के साथ-साथ पंजाब की संगत भी शामिल है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित धर्म स्थली हेमकुंड साहिब के 25 मई को कपाट खुल गए। यह जत्था पटियाला, ऋषिकेश, गोविंद घाट पहुंचेगा। वहां से 20 किमी की पैदल यात्रा कर गोविंद धाम होते हुए 6 जून को श्री हेमकुंड साहिब पहुंचेगा। इस यात्रा का पूरा खर्च शहीद भाई सुक्खा सिंह महताब सिंह हॉस्पिटल ट्रस्ट डाबला वहन करेगा। ट्रस्ट की ओर से हर वर्ष हेमकुंड साहिब की यात्रा करवाई जाती है। इसके लिए एक ही शर्त होती है कि यात्री आजीवन नशा नहीं करेगा और
सामाजिक बुराइयों से दूर रहेगा ।
इस दिन पोंटा साहिब सहित विभित्र धर्मस्थलों के दर्शन के बाद वापसी होगी जत्थे की रवानगी से पहले श्री गुरुग्रंथ साहिब की अरदास की गई। इस बार बर्फबारी ज्यादा है फिर भी सिख संगत में भारी उत्साह दिखा। जत्ये में काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। जत्थे के साथ दो मेडिकल टीम भी गई हैं। यात्रा से पूर्व धन श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के सन्मुख अरदास कर यात्रियों का सरोपा
।
पहना सम्मान किया गया।
गुरुओं से जोड़ने के लिए धर्म यात्रा का विशेष पहलू यह है कि इसमें यात्रा आरामदेह लग्जरी वाहनों में करवाई जाती है। मेडिकल टीम में 2 जनरल फिजिशियन व मेडिकल स्टाफ रहता है। जत्थे की रवानगी के समय बाबा सुखजीत सिंह खालसा अरायन, बलवंत सिंह कलेर, संतोख सिंह चट्ठा, मनोहर सिंघ चट्ठा, गुरजीत सिंह बडिंग, हरभगवान सिंह सहित प्रबुद्धजन अरदास में शामिल हुए।
यात्री से सामाजिक बुराइयों के विरोध व नशे से दूर रहने की शर्त पर करवाई जाती है निशुल्क यात्रा : शहीद भाई सुक्खा सिंह महताबसिंह हॉस्पिटल चेरिटेबल ट्रस्ट डाबला चेयरमैन महेंद्रसिंह चट्ठा ने बताया कि हेमकुंड साहिब जाने के लिए यात्री से आजीवन नशे से दूर रहने और सामाजिक बुराइयों के विरोध करने की शर्त रखी जाती है। शपथ लेने वाले यात्री को पूरी यात्रा निःशुल्क करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि 38 साल से गुरु के हुकुमनामे के अनुसार जत्था हेमकुंड साहिब दर्शन के लिए ले जा रहे हैं। गुरुद्वारे में मात्था टेकने से पहले संगत इस पवित्र सरोवर में स्नान करती है। यात्रा में किसी भी धर्म का व्यक्ति शामिल हो सकता है। यात्रा हर
वर्ष 1 जून को करवाई जाती है इसके लिए उमाह पूर्व हॉस्पिटल प्रबंधन को अपना आधार कार्ड या पहचान पत्र एवं फोटो देकर आवेदन करना होता है।